About Me

Media and education technology by profession. Writing is drug. Minute observer, believe in instinct, curious, science communicator, agnostic, lil-bit adventurous, lil-bit rebel, nature lover, sometimes feel like to read and travel. Love my people and my pets and love to be surrounded by them.

Saturday, January 18, 2025

ABCDs of Views and Counterviews? 9

Saving release वाली फाइल पर क्या चल रहा है?

आपको पता चले तो मुझे भी बताना। ये भी की किसी फाइल को कोई ऑथोरिटी कब तक रोक सकती है?

Feb 2023 में कौन से इलेक्शन थे? तभी से शायद इलेक्शन ही चल रहे हैं? इलेक्शन तो पता नहीं, पर भाभी जरुर गए थे Feb 2023 में। जब मुझे अपनी सेविंग की खास जरुरत थी और गुड़िया को किसी माहौल से निकालना था। तो क्या किया यूनिवर्सिटी ने? उसके बाद भी कई बार रिक्वेस्ट की गई, खासकर, जब-जब मेरी हैल्थ जवाब देती नज़र आई। मगर कुर्सियों पर बैठे जुर्म और जुए के ठेकेदारों पर कोई असर नहीं हुआ। अब भी कहीं उनका कोई इलेक्शन तो नहीं चल रहा? ऐसी-ऐसी ऑथॉरिटीज़ के खिलाफ, इतना वक़्त ऐसे किसी कर्मचारी की सेविंग पर कुंडली मारने पर कहीं कोई सजा का प्रावधान भी है क्या? ये ऑनलाइन वाले न्यायलयों और न्यायधीशों के नोटिस के लिए।  

वैसे, ऐसे कुंडली मारने वाली पार्टी हारती नहीं है क्या?

वैसे किसी भी यूनिवर्सिटी का, इलेक्शन से किस तरह का लेना देना हो सकता है? 


 

   

 

ABCDs of Views and Counterviews? 8

Media Culture and Immersion

क्या हम किसी Stand up कॉमेडी को भारत के इलेक्शंस से जोड़कर देख सकते हैं?


क्या होता होगा ऐसे इलेक्शंस में? 

फिर भारत में तो कहीं न कहीं इलेक्शंस चलते ही रहते हैं। जैसे, आजकल दिल्ली में फरवरी में होने वाले इलेक्शंस का प्रचार-प्रसार जोरों पर है। कैसी-कैसी रेवड़ियॉँ बाँट रही हैं, राजनीतिक पार्टियाँ? या कहो की कैसे-कैसे लुभावने वादे कर रही हैं? और कितना खरा उतरती हैं, वो उन वादों पर? कुछ लोग तो, ऐसे-ऐसे इलेक्शंस के नाम पे ही अपने घर बैठ जाते होंगे शायद? जुआरधन्धे के गुंडों की भेंट चढ़ने से बढ़िया विकल्प होगा शायद?    

ABCDs of Views and Counterviews? 7

Media Culture and Immersion


जैसे, "जितनी चाबी भरी राम ने, उतना चले खिलौना" के कितनी तरह के Media Culture और Immersion हो सकते हैं? 
जितनी चाबी भरी राम ने, उतना चले खिलौना, किसी के लिए कोई बॉलीवुड गाना हो सकता है और किसी के लिए? शायद कोई भजन?
  
ऐसे ही कितने ही शब्द और वाक्य या वाक्या हो सकते हैं? और कितनी ही तरह के Media Culture और Immersion लिए हुए? यही Media Culture और Immersion, किसी भी जीव की दिशा और दशा का निर्णय लेते हैं। 
ये समझ आया, माँ के फोन को देख कर। जो भाई पीता था या थोड़ा बहुत अभी भी पीता है, उसके फ़ोन को देखकर। सिर्फ आसपास का सर्कल या लोगों को जानकार नहीं। भाभी की मौत के बाद, जो औरत अचानक घर आई, उसकी थोड़ी बहुत कहानी जानकार। आसपास की कई सारी मौतें और उनके लिए जिम्मेदार कारण और कारक जानकर या समझ कर। सिर्फ़ बिमारियाँ नहीं। ऐसी-सी, छोटी-मोटी बिमारियाँ तो कितनों को ही होती हैं या कहो की सभी को होती हैं। निर्भर करता है, की पता कब और कैसे लगता है? और ईलाज क्या होता है? 

ईलाज? कितना सटीक या अजीबोगरीब? Media Culture, कितना controlled या not so controlled? Management? Micromanagement, हर वयक्ति के स्तर पर?     
  

Friday, January 17, 2025

ABCDs of Views and Counterviews? 6

What are you cooking?
Cooking?
What's the flavour of your dish?
In lab, dish or petridish? 
Not lab. Or suppose, your lab is a political kitchen.
Petridish in the kitchen? Then why to call it a petridish? In layman's language, cannot it be called a circle? 
Like, what are you cooking or some people are cooking in the drawing room, baithak, gossip circle? 

It maybe domestic circle? Office circle? National circle or international circle? Academic circle? Political circle? Media circle? Video gamers circle? Playground gamers circle? And there can be so many circles.
What would be the ingredients of their media culture then?
Depends, what you wanna design or engineer?

Like?

Media Culture and Immersion?

Like 

Weather manipulations or weather control?

Human control or control of humans by humans and making of human robots?

Can they be one and same thing? Or at least concept seems similar? How can we correlate them? How these simingly similar concepts can be used to design the lives at population or at individual level? Simple, by altering media culture? Like human physiological or chemical manipulations? Surrounding or psychological manipulations? Change the media culture as per requirements and how difficult it is to design human robots? 

Human robots having specific births, life events, diseases and even special kinda death at particular place and time? And interestingly, it's already happening in today's world.

Media culture and immersion, will be the flavor of some more interesting posts.

Thursday, January 16, 2025

ABCDs of Views and Counterviews? 5

राजनीती का कीचड़ (और जनता रुपी रोबॉट्स) 

हम बाँटेंगे दारु?

तुम ज़मीन खिसका लेना?

कोढ़ो के इस खेल में 

घर क्या, नौकरी क्या?

क्या रिश्ते-नाते?

प्राइवेट क्या और क्या सरकारी?

सब हैं हमारे, 

जुआरियों के, राजनीतिक पार्टियों के? 

सब कुछ ईधर से उधर खिसका 

कुछ हम अपने नाम कर लेंगें?

कुछ तुम अपने नाम कर लेना? 


आम जनता तो बेचारी, 

हमारे लिए काम करने को ही है? 

उनकी ज़िंदगियों पे है, अधिकार हमारा?

जैसी चाबी भरेंगें हम, 

वैसे ही वो चलेंगें? 

जैसे मानव रोबॉट? 

Social Engineering and Human Robots? 

राजनीतिक पार्टियों को शायद इस धंधे से थोड़ा आगे निकलना चाहिए?

आगे? बुरे की तरफ? या भले की तरफ?

क्यूँकि, जो कुछ यहाँ लिखा जा रहा है, वो सब भी कहीं न कहीं, इन्हीं पार्टियों से निकल कर आ रहा है। मतलब, सम्भावनाएँ तो काफी हैं, अपनी-अपनी तरह की Social Engineering की या Social Designing की?        

Wednesday, January 15, 2025

Release My Saving (just another book in campus crime series?)

Post from 2024 again

Release My Saving, just another book in campus crime series?

An interesting book?

Who's who kept on dragging or kept a hold on that file for so long? 

Even after going to Finance Officer table, it can take how many days? Months? Or? 

A meagre amount, at one point she even refused to take. Then why she requested back to release her savings? Rather must say what compelled her to do so?

Diseases of politics are like the growth of micro-organisms in petri dish in some lab. 

Paralytic attack rather attacks like situations? How paralysis happens? Their compelling factors may be visible or not so visible to our eyes? But They are watching you 24hrs and asking on that, have not you still broken down? 

Or they have already started distributing your death cerficate?

Bua ji was talking about her own conditions and improvement in paralysis and you watching and listening to her pateintly, at some point feelig like, she is talking about her own health or yours at some point? Limping leg, pinching feeling in hand and leg, don't talk loud, I feel more headach at some particular place in head. 

Watching daily in some neighbourhood, the signs of recovery of some paralytic attack at some specific time? 

What politics has to do with diseases? 

Can some employee's saving could talk about some national politics? Or they are mere coincidences or resemblences, looking like same?

Finance officer, MDU as far as I know is a humble and soft spoken person, rarely keep any file dragging, helpful wherever needed in his capacities. Then what must had happened? 

Talks with different persons and points:

Madam, there are two types of calculations here, in these savings. One, 29 somthing. Two, 31 something.

You will get only one right now. NPS matter will take some time. It's not NSDL now but Protean.

But why NPS will take some time? When we leave some job, we get whole amount, not pieces.

You will get 6, 1/4 of blah, blah. What is this?

And so many strange factors, beyond a common person's understanding.

Can we correlate some of thees factors somewhere?

INDIA Gathbandhan will come?

BJP will come?

ये क्या बला है? 


Whole gamble since?
Defence people fight such fights?
And all other professions get involved in that?

Release My Saving 1

Repost from 2024

किसी एम्प्लोयी की सेविंग रिलीज़ करना भी इतना बड़ा ड्रामा हो सकता है, जैसा की यहाँ हो रहा है? शायद? अगर उसे गलत तरीके से कूट-पीट और लूट के निकाला गया हो? अगर उसे नौकरी करने ही ना दी गई हो? हालात ऐसे पैदा कर दिए हों की सामने वाले को लगे, "जान है तो जहान है"। ऐसी नौकरी का क्या मतलब, जहाँ वही ना बचे? और आप उस नौकरी को छोड़ आए या गुंडागर्दी करके निकाल दिय गए, को पढ़ने, समझने वालों पे छोड़ देते हैं। 

इस दौरान क्या हुआ, क्यों हुआ, की भी शायद कई किताबें हो सकती हैं। फिर चाहे वो मेरा यूनिवर्सिटी से सामान उठा के लाना हो। भाभी की मौत हो या किसी औरत का अजीबोगरीब तरीके से जबरदस्ती जैसे, घर आना। या उसके बाद ज़मीन के वाद-विवाद। सब एक-दूसरे से मिलता जुलता-सा है शायद? राजनीती के धंधे के अनुसार? राजनीती की भाषा में जिसे update बोलते हैं, शायद? सिस्टम update? इधर ये पार्टी और उधर वो पार्टी, अपनी-अपनी तरह के अपडेट पे लगी होती हैं। Social Engineering का हिस्सा होते हैं ये updates। इस सिस्टम अपडेट में वो सबकुछ निर्दयी और क्रूर तरीके से धकेलते हैं। फिर वो चाहे झूठी-मूठी या सच्ची बीमारियाँ पैदा करना हो। दुनियाँ से ही उठाना या Enforced Displacement को  भी बिमारियों की भाषा में ऑपरेशन बोलते हैं, शायद? कहीं सुना था, Process follow नहीं करोगे तो next option क्या होगा? ऑपरेशन। ऐसा ही कुछ किसी एक पार्टी का आसपास चल रहा है, शायद। पथ्थरी की शिकायत। काफी महीने उसके नाम पर ड्रामे। फिर कैंसर डिक्लेअर कर देना, वो भी कौन-सी स्टेज? 

बीच में कुछ सुनाती हूँ। हमारे दो लड़कियाँ हैं। एक की ही शादी हो सकती है। उसके लिए दूसरी को गॉड (God?)  ना पड़ेगा? थोड़ा कहीं सुना था फोन पे। थोड़ा जो मुझे समझ आया, उस वक़्त जो कुछ चल रहा था या चलाने की कोशिशें हो रही थी, उसके हिसाब से। अब ये जिन बहनों की बात हो रही थी, उन्हें और वहाँ लोगों को सतर्क रहने की जरुरत हो सकती है। राजनीती की सामान्तर घड़ाईयोँ में कुछ भी संभव है। 2010 दोहराने की कोशिशें हुई थी कहीं। सफल नहीं हुआ? प्रोग्राम अभी तक जारी है? Pro Cess या Operation?    

जहाँ खून-खराबा, रेप, खदेड़ बाहर करना जैसा, सब जायज़ होता है? राजनीती के युद्धों के अनुसार। लोगों को कहीं खदेड़ना हो। क्या कहते हैं, वो उसे? Migration? या Enforced Displacement? निर्भर करता है, कौन-सी पार्टी बोल रही है? लोगों को किसी भी बहाने दुनिया से ही उठाना हो। नए लोगों को खदेड़े गए लोगों की जगह लाना हो। बच्चे क्या, बुजुर्ग क्या, सब जायज़ है, राजनीती के इस धंधे में? ये सब शायद ही मैं कभी जान पाती, अगर इस दौरान जो कुछ हुआ है, वो ना होता और खुद उसे ना झेला होता। या आसपास वालों को यूँ झेलते हुए, ना देखा, समझा होता। यहाँ (गाँव) के लोगों के किस्से-कहानियों ने बहुत कुछ बताया है या शायद बिन कहे भी जैसे, समझाया है। 

Dal  - al   Tiles  Pvt  Lmt  ट्रक गया है, अभी-अभी यहाँ से।     

अरे लिखते-लिखते ये बीच में कहाँ से आ गया? ये गुप्त-गुप्त युद्धों के चिन्हों, संकेतों की कहानियाँ फिर कहीं। ये इस पार्टी के गुप्त संकेत, तो वो उसके। सब सुना है, सिस्टम अपडेट कहलाता है। जो कुछ जिस वक़्त चल रहा होता है, वो या तो उस वक़्त की हकीकत गा रहा होता है या इस या उस पार्टी का धकेल एजेंडा।   

वैसे हर update हर किसी के लिए जरुरी नहीं होता। 

अभी इसे यहीं छोड़ते हैं, और वापस टॉपिक पे आते हैं।  तो कहाँ थे हम? Release My Saving पे?

Release My Saving 2

Repost from 2024?

क्या चल रहा है इस फाइल पे? संगीता मैडम की टेबल से फाइनेंस ऑफिस की तरफ चली की नहीं?

 It's Update Stupid?

वो कुत्ते बिल्ली का खेल, खेल रहे हैं? इंसानो को कबूतर, मैना-सा पेल रहे हैं? 

जब आपकी जुए की तारीखों के हिसाब-किताब से फाइल चलती हैं, तो क्या होता है? तकरीबन साढ़े 3-साल regination acceptance के बावजूद saving release नहीं की जाती। क्या धंधा कर रहे हैं ये लोग? वो भी सरकारी कुर्सियों पर बैठ कर?

उल्टा, आपके आसपास को ये संदेश पहुँचा के बेवकूफ बनाया जाता है, की इसका तो कुछ बचा ही नहीं। सब खत्म हो गया? घर में घुस कर आदमी खत्म किए जाते हैं। फालतू के आदमी घर में घुसेड़े जाते हैं। और बचे-कूचों को भी ठिकाने लगाने का पूरा-पूरा इंतजाम होता है। अपने कहे जाने वाले आदमी? बड़े काम के होते हैं शायद? एक के बाद एक, धमाल पे धमाल मचाते हैं? कहीं आदमखोर, आदमी खाते हैं। तो कहीं ज़मीनखोर, ज़मीन। इस सबमें यूनिवर्सिटी का क्या रोल है?  

कहीं ये सारा सांग ही, यूनिवर्सिटी का किया धरा तो नहीं? नहीं तो साढ़े 3-साल regination acceptance के बावजूद उस इंसान की savings पे भी कुंडली मारने का क्या मतलब है? कहा तो बचा-कुचा भी ख़त्म करना? शायद वही कर रही है यूनिवर्सिटी? कुछ एक emails देखें, जानने के लिए की चल क्या रहा है? 







रोचक है? वैसे ये DD black या D white या RU pink या purple जैसे शब्द क्या हैं, इन मेल्स में? IS Elements के कारनामे? और ये IS Elements क्या हैं?  स्टूडेंट्स ने पढ़ाना शुरू किया था शायद 2018 में। और थोड़ा-बहुत, इधर-उधर के मीडिया ने। शायद वही हैं? ऐसे-ऐसे महान कोड्स पर भी, कम से कम एक किताब तो बन ही सकती है? जब जुर्म करने वाले को प्रसाद और जिसके खिलाफ जुर्म हुआ हो, उसे भरपाई करनी पड़े तो ये तो जुर्म को न्यौता देने जैसा नहीं हो गया?  

Saturday, January 11, 2025

ABCDs of Views and Counterviews? 4

दुनियाँ की एक अलग ही तरह की classification, जैसे?  

Gaming Cities? Universities? Or University Towns or Cities?

Gambling Cities? Universities? Or University Towns or Cities?

Political Power Houses? Universities? Or University Towns or Cities?

Tech Towns? Universities? Or University Towns or Cities?

Defence Towns? Universities? Or University Towns or Cities?

Film cities or Fin (Financial) Cities? 

And Countryside? Villages and not so developed areas?  

कुछ नए, कुछ पुराने और कुछ धरोहर जैसे? हर देश में या ज्यादातर बड़े देशों में तो मिलेंगें ही मिलेंगें। 

जैसे पीछे पोस्ट में लिखा "Go Gators", क्या है ये? किसी यूनिवर्सिटी का खेल का मैदान? और उसका अपना स्लोगन? या किसी यूनिवर्सिटी या उस यूनिवर्सिटी और उस यूनिवर्सिटी टाउन का अभिन्न-सा हिस्सा? Aligators (Short gators?)? 

सालों पहले जब ऐसा कोई विडियो देखा था, तो उसका असर दिमाग पर क्या था? और फिर से उस यूनिवर्सिटी या उसके साथ-साथ दुनियाँ भर की यूनिवर्सिटीज को पढ़ना, समझना शुरु किया, तो क्या समझ आया? समय और राजनीती के हिसाब-किताब सा बदलता सबकुछ? हमारी सोच भी? क्यूँकि, उसने इस दौरान काफी कुछ ऐसा देखा, जाना या समझा है, जिसका पहले कहीं कोई अंदाजा ही नहीं था, की ऐसे भी हो सकता है?

जैसे यूनिवर्सिटी के खँडहर से गाँव के खँडहर तक? हैं दोनों खँडहर, मगर फर्क? दिन और रात जैसे? तो खँडहर में ही रहना है तो किसी ऐसे खँडहर में तो रह लो, जो आपको सदियों पीछे ना धकेले? या फिर खँडहर में रहना ही क्यों है? जो पीछे गलत हुआ है, उसे आगे दोहराने का मौका ही क्यों? कहना आसान है, मगर इस तरह के युद्धों में बच पाना? जैसे पिछे हुआ, की आप कहीं कुछ जानने निकलते हैं और कहीं मकड़ी के जाले-से लपेट दिए जाते हैं? 

तो Media या Journalism में रुची, इसी कुछ जानने निकलने का परिणाम था। क्यूँकि, इस अजीबोगरीब कैद के दौरान, जितना मीडिया ने दिखाया या समझाया, ऐसे माहौल में उसके आसपास भी जान पाना तकरीबन असंभव था। सबसे बड़ी बात खुद मीडिया का रोल भी, बुरा या भला, खुद मीडिया को पढ़कर या देख, सुनकर समझ आया। तो इस दौरान मैंने Life Sciences के साथ-साथ Media, Journalism और Communication के इंस्टिट्यूट को भी खँगालना शुरू कर दिया था। यहीं से निकल कर आया Media Culture Concept, जिसे हकीकत में गाँव आने के बाद हर रोज Social Engineering के रुप में अपनी आँखों के सामने होता देख रही थी या कहो हूँ। जैसे की Elephant in the room? असली मुद्दों की बात मत करो। ज्यादा प्रश्न नहीं, खोजबीन दिमाग को टाटा, बाय-बाय बोलो और जो कहो मिलेगा। जैसे कहा जा रहा हो, ज़िंदगी क्यों नहीं जीते, कहाँ उलझ रहे हो ये? इस खोजबीन में मौत के इलावा, कोई और प्रसाद नहीं है। 

Social Engineering वो interdesciplinary subject है, जो आने वाले समय में अपने आप में खुद की यूनिवर्सिटी या इंस्टिट्यूट बनाने वाला है। संस्थान तो आज भी बहुत हैं, जो इस विषय पर अलग-अलग  रंग-रुपों में काम कर रहे हैं, अलग-अलग तरह की खिचड़ी पकाकर।   

जैसे पीछे दो यूनिवर्सिटी के विडियो आपने देखे। दोनों, दो अलग-अलग महाद्वीपों से। एक पे तो कहीं कमेंट भी कुछ ज्यादा ही अजीबोगरीब से पढ़ने को मिले। बस यही रह गया था, दुबई? US, Europe को छोड़ के? 

नहीं। उन्हें छोड़ के नहीं, बल्की उनके साथ-साथ, एक दुनियाँ ये भी है। जिसका अलग तरह की परिस्थितियोँ के संदर्भ में, अलग तरह का अंदाज है शायद, आगे बढ़ने का? 

जैसे मुझे CJC पे किसने पहुँचाया? JCB ने? या CC ने? गाँव आकर JCB के इतनी तरह के ड्रामे और आकार-प्रकार देखे, की लगा ये C-SPAN से इनका कोई सम्बन्ध है क्या?

तो फिर कहीं VAN ने Vancouver, तो कहीं दीदी (DD O DD) जैसे गाने वालों ने, किसी और ही JD तक भी पहुँचाया। Reflection लिखना शुरु किया, तो JD Vance और उसकी किताब। वहाँ से आप Ohio भी पहुँचते हैं। और अलग-अलग यूनिवर्सिटी या शहर के राजनीती के हिसाब-किताब के अलग-अलग तरह के जाले भी देखते हैं। इंटरनेट और टार्गेटेड एल्गोरिथ्म्स को समझे बिना अलग-अलग समाजों की एक जैसी-सी कहानियों की घड़ाईयोँ या ज़िंदगियों को समझना कहाँ संभव है? जैसे East Coast Vs West Coast? 80 Vs 20? 

और हद तो तब हो गई, जब दादा जी के उस छोटे से खजाने को सॉफ्ट कॉपी बनाना शुरु किया। पता ही नहीं क्या, क्या गड़बड़ घौटाला जैसे? यही ना समझ आए, की इन गड़बड़ करने वालों ने बिना उल्ट-फेर किए, कुछ बक्सा भी है? ये सब जान समझकर, JA से JD के सफर पर आसानी से जा सकते हैं आप या शायद रिवर्स भी? यहाँ टारगेट सिर्फ आप नहीं हैं। हर इंसान, हर जीव, हर निर्जीव है। बस उन्हें गलत या बुरे से बचने और बचाने की जरुरत है।

Thursday, January 9, 2025

ABCDs of Views and Counterviews? 3

Gaming, Circus or Gambling Powers?

जब हम यूनिवर्सिटी की बात करते हैं, तो दिमाग में क्या आता है? 

पढ़ाई-लिखाई, रिसर्च? या खेल-कूद, लड़ाई-झगड़े, वाद-विवाद, युद्ध या जुआ? राजनीतिक या बड़ी-बड़ी कंपनियों का साम्राज्य?     

शायद ये सब? पिछले कुछ साल, दुनियाँ भर की यूनिवर्सिटीयों के पेज खँगालते-खँगालते ऐसा लगा, जैसे दुनिया के रचयिता यही हैं? कुछ ज्यादा तो नहीं हो गया? इसीलिए लिखा है, ऐसा लगा। 

इस सब पर आने से पहले एक छोटा-सा वाक्या बताती हूँ। आपका भेझा जैसे फट रहा है गुस्से से, और आप अपनी यूनिवर्सिटी को ही ब्लास्ट करना चाह रहे हैं। मगर दिमाग का कोई हिस्सा जैसे कह रहा हो, की ऐसी जगह से दूर होना बढ़िया है। आप VC ऑफिस पहुँचते हैं और जाने किस बात पर VC बोलते हैं, "मैं इससे ज्यादा नहीं कर सकता।"

ये शब्द कहीं भी फिट नहीं बैठ रहे। क्यूँकि, आपके हिसाब से तो आपने कुछ खास कभी माँगा ही नहीं। सिर्फ और सिर्फ, अपने प्रोफ़ेशनल अधिकारों के सिवाय। और VC और ऑथॉरिटीज़ वहीं फेल नज़र आए। समझ ही नहीं आया, की वो काम किसके लिए कर रहे हैं? यूनिवर्सिटी का मतलब क्या है?  

आपने अपनी क्लास और लैब्स में या डिपार्टमेंट में हो रहे गड़बड़ घौटालों को रोकने की बात की थी। सिर्फ और सिर्फ अकादमिक एनवायरनमेंट माँगा था, ताकी आप अपनी जॉब सही से कर पाएँ। उसपे इन्हीं ऑथॉरिटीज़ ने कोई जवाब ही नहीं दिया। आपकी शिकायत जाती रही, कूड़े के डस्टबिन में। और वो कहीं और ही घुमाते रहे। जो उनका अधिकार ही नहीं है, आपका पर्सनल स्पेस।     

धीरे-धीरे समझ आया की क्या UGC, क्या CSIR और बाकी अकादमिक इंस्टीटूट्स। सब जैसे यही खेल रहे हैं। और मन बना, भारत छोड़ना है। और कोई चारा ही नहीं है। यहाँ से शुरु किया, इंटरनैशनल अकादमिक ज़ोन को जानना। ऐसा नहीं की पहले कोई खोज खबर ही नहीं थी। मगर ऐसे नहीं, जैसे अब हो रही थी। ऐसे तो कभी पढ़ा ही नहीं, देखा ही नहीं या सोचा ही नहीं। दुनियाँ भर की यूनिवर्सिटीयाँ और राजनीती का गढ़ जैसे? राजनीतिक कुर्सियों और बड़ी-बड़ी कंपनियों के गठजोड़ से बने गुटों के बीच बटे ये सँस्थान। और उन गुटों के एजेंडा को समाज के स्तर पर उतारने में आगे बढ़ाते हुए उनके पायदान? इससे आगे कुछ भी नहीं?

या शायद इससे आगे और ऐसे माहौल के खिलाफ भी, समाज को कम से कम इस सबसे अलग परोसते, इन्हीं संस्थानों में से कुछ एक सँस्थान भी? या इन्हीं संस्थानों में कुछ एक समुह? क्यूँकि, एक तरफ जहाँ ज़्यादातर ज़िंदगियाँ खप जाती हैं, घर, गृहस्थी के दायरे में और उनके लिए अच्छी ज़िंदगी जुटाने में। वहीँ, यूनिवर्सिटी जैसी जगहें, उनसे थोड़ा अलग तरह का वातावरण और स्पेस भी हैं, दुनियाँ के बारे में सोचने, समझने और काम करने के लिए। पर्सनल स्तर पर आपके विचार किसी भी विषय पर क्या हैं या अपनी ज़िंदगी आप किस दायरे में जीते हैं, जरुरी नहीं, वैसे ही विचार सब पर थोंपे। यही विविधता में एकता है। और ये हमें ऐसे दायरों में कैद करना नहीं सिखाती। बचपन से शायद यही पढ़ा और सीखा था। मगर पीछे का दशक, कहीं न कहीं उस सामजस्य को जकड़ता और कैद करता नज़र आया। 

उस कैद को टेक्नोलॉजी ने ख़तरनाक स्तर पर पहुँचा दिया। जहाँ इंसान, इंसान कम, इन बड़ी-बड़ी कंपनियों का गुलाम, मानव रोबॉट ज्यादा नज़र आया। ये नज़र भी कुछ एक यूनिवर्सिटी के प्रॉजेक्ट्स ही समझा और बता रहे हैं। फिर चाहे वो यूरोप हो या USA या ऑस्ट्रेलिया। एशिया अभी भी काफी पीछे है शायद? चीन को छोड़कर? या शायद, मैंने एशिया के बारे में अभी उतना नहीं पढ़ा? 

तो इस बार के ABCDs of Views and Counterviews में किस यूनिवर्सिटी की सैर पर चलें?

Go Gators? U of F? और CJC? मगर CJC ही क्यों? 

जानते हैं आगे पोस्ट में।  

Sunday, January 5, 2025

ABCDs of Views and Counterviews? 2

 I came across some interesting advertisement

This is also a view?

Or maybe counterview?

Of education at university level?

University of W?

Wollongong in Dubai (Australian University?)


Mining? 
Sea? Or land?
And making towers of concrete?
Selling oil?
And creating a world of their requirements?
Adjustments and adaptability?
Amid sand dunes, sea and deserts?
Or?
Maybe so many things for different people? 
At least, they are not snatching some poor people's lands
by deception, by kidnapping? 
Or by taking away from own people?
Or
Kicking out women from workplaces by beating? 
and creating hurdles at every step?
Throwing them away to khandhars 
without water and even bathroom?
and
Blocking economically, every possible way?
Because, they are not listening to their illegal dictates?
Their strangest stickers and stigmas?
Like talibans?
I don't know if talibans behave like that with their women?

Or maybe 
Like a world 
Divided into adobe and canva?
Google and microsoft?
Samsung and IFB?
Or maybe
Hindu, muslim, sikh, christian etc.? 
Wonder at times,
If these are economic fights of big world?
And big chairs?
Or mere illiterate, superstitious style world dictates?

Our world fights?
Or their world fights?
Our dreams and challenges?
Or their enforced kinda dreams and challenges?
Sure, this is not my world, 
my dreams or challenges.
Then whose world?

Wednesday, January 1, 2025

ABCDs of Views and Counterviews? 1

आप यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे हैं? या पढ़ा रहे हैं?

या यूनिवर्सिटी को पढ़ रहे हैं?

How to look at universities around the world? Across the continents? From different perspectives, different languages and different cultures? 


ABCDs of Views and Counterviews?

They have some name and then some numbers. And they belong to or represent those codes?


A For 
Alabama?
Arizona?
Allahabad?
Adelaide?
Auckland?

B for 
Banglore?
Berkeley?
British Columbia?
Bonn?

 C for 
Calcutta?
California?
Curtin?
Cambridge?

D for
Delhi?
Dublin?
Deakin?
Dubai?

E for 
Emory?
Edinburgh?
European?

F for 
Florida?
Findlay?
France?

G for 
GJU?
Georgia?
Glasgow?
Griffith?

H for 
Himachal Pradesh?
Harvard?
Houston?

I for 
Indiana?
Illinois?
Idaho?
Iceland?

J for 
Jerusalem?
JNU?
Jammu?
Johannesburg?
Jordan?

K for 
Kashmir
Kurukshetra?
Kingston?
Kansas?

L for 
Louisiana?
Laval?
London?
Lausanne?
Ladakh?

M for 
Mumbai?
Moscow? 
Melbourne?
Michigan?

N for 
Nainital?
North Carolina?
Newyork?
New South Wales?

O for 
Odisha?
Oxford?
Ottawa?
Oregon?
Oslo?

P for 
Pondicherry
Pensilvinia?
Pitssburgh?
Paris?

Q for 
Quebec?
Queensland?
Queenmary?
Qatar?
 
R for 
Rajasthan?
Richmond?
Regina?
Rutgers?

S for 
Seatle?
Strasbourg?
Stockholm? 
Shimla?
Sydney?

T for 
Tasmania?
Takshashila?
Texas?
Toronto?
Tokyo?
 
U for 
Utah?
Uppsala?
Urbana Champaign? 

V for 
Vishva Bharti?
Victoria?
Virginia?
Vienna?
Vermont?

W for 
Western Australia?
Washington?
Wyoming?
Warwick?
Waterloo?

X for
Xavier?
Xiamen?
Xalapa?

Y for 
Yale?
York?
Yorkshire?
Yaounde?

Z for 
Zuric?
Zakho?
Zadar?
Zanjan?

जो ऊप्पर लिखा है, वो ऐसे ही random हैं, क्यूँकि सबको एक पोस्ट में लिखने पर ये पोस्ट बहुत लंबी हो जाती। इनके अलावा भी कितनी ही यूनिवर्सिटी हैं दुनियाँ भर में।  

तो ABCD के आखिरी शब्द से ही शुरु करें?
 Z for Zuric?


इसमें आपको क्या कुछ समझ आ रहा है? 

आते हैं आगे ऐसे ही अलग-अलग तरह के विचारों और सन्दर्भों पर। 
ABCD के अलग-अलग कलाकारों के साथ, 
दुनियाँ के अलग-अलग हिस्सों से, अलग-अलग रंगरुपों में, 
अपनी ही तरह की पहचान लिए हुए?
या सबकुछ जैसे, इंदरधनुष-सा सजाए हुए?
कोई इस विज्ञान में महान है, तो कोई उसमें? 
कोई इस कला में, तो कोई उस कला में?  
कोई इस टेक्नोलॉजी में, तो कोई उस टेक्नोलॉजी?
और कोई? और भी कितने सारे कोई हो सकते हैं?
जैसे? जानते हैं आगे की पोस्ट में।  

किसी भी जगह, गाँव या शहर, राज्य या देश को जानना है, तो उसके शिक्षा के स्तर, तौर-तरीकों, संस्थानों, संसाधनों और उनसे उपजे उत्पादों  को जानिए, वही उस समाज की झलक है। वहाँ जो कुछ अच्छा है, वैसा-सा ही कुछ उसके समाज में। वहाँ जो कुछ बुरा है, उसी की झलक उसके समाज में मिलेगी। सिस्टम की और वहाँ की राजनीती के कोड्स की झलक भी बड़े अच्छे से मिलती है शायद, इन संस्थानों से।      

Happy New Year 01 - 01 - 2025