पिछले कुछ साल मैंने बड़ी सैर की, ऑनलाइन। कभी US, कभी यूरोप तो कभी ऑस्ट्रेलिया। और कभी-कभार एशिया भी। अफ्रीका अभी रहता है। पता नहीं कब शुरु करुँगी?
सोचो, जब आप चारों तरफ लड़ाकों वाले ड्रामों से घिरे हो। जहाँ कभी कोई बॉल आके गिरे किसी फाइबर पर या छत पर या कभी-कभार तो घर के अन्दर भी पता ही नहीं कब धड़ाम। कभी बाहर दरवाजे की साइड चले जाओ, तो कोई नाली या किसी तरह का गाली युद्ध चल रहा हो। या? जाने कितनी ही तरह के ड्रामे? यहाँ? यहाँ? यहाँ? इधर? उधर? उधर? या शायद फ़ोन या ईमेल पर ही?
ऐसे में, इन सबसे दूर आप किसी और ही दुनियाँ की सैर पर हो? वो भी अपने घर, अपने ही कमरे पर या नीचे बैठे हुए? क्या देख रहे हैं, उस सैर पर? कुछ खेल? या विडियो गेम्स? या ऐसी कोई डिग्री? या डिग्रीयाँ? ये तो मस्त हैं? ऐसे भी कोई पढता या पढ़ाता है?
कैसे? एक ओपन हॉल है, बड़ा-सा और एक बड़ा-सा स्क्रीन लगा हुआ है? और बच्चे वहाँ अच्छी-अच्छी कुर्सियों या सोफों पर बैठकर, सिर्फ कोई खेल नहीं देख रहे, बल्की, एक विडियो में ही पूरा चैप्टर पढ़ रहे हैं?
और अगले विडियो में? अरे, अब वो विडियो नहीं देख रहे। विडियो खेल, खेल रहे हैं। नहीं, नहीं। विडियो में ही, अगले चैप्टर की खेल-खेल में ही प्रैक्टिस कर रहे हैं।
पता ही नहीं, कितनी ऐसी प्रैक्टिस कुछ ही दिनों में कर चुके। इन बच्चों को तो लगता है, चस्का लग गया है, पढ़ने का? पढ़ने का या विडियो गेम्स का?
अब उनका वीकली टैस्ट है। और सुना है, नंबर भी मस्त आ रहे हैं, तकरीबन सब बच्चों के? जो जितने ज्यादा विडियो खेलता है, उसके उतने ही ज्यादा नंबर हैं?
हैं? ऐसा भी कहीं होता है?
चार हफ़्ते हो गए और कोई भी अब्सेंट नहीं? लो जी, मंथली टैस्ट आ गया?
यहाँ भी सब बच्चों के तक़रीबन पुरे नंबर आ रहे हैं?
आओ बच्चो (लड़ाको?) दुनियाँ की सैर पर चलें?
वैसे इस मंथली टैस्ट से आगे पढ़ाई कैसे होगी? सोचो?
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