20-06-2024
It's Update Stupid?
वो कुत्ते बिल्ली का खेल, खेल रहे हैं? इंसानो को कबूतर, मैना-सा पेल रहे हैं?
जब आपकी जुए की तारीखों के हिसाब-किताब से फाइल चलती हैं, तो क्या होता है? तकरीबन 3-साल regination acceptance के बावजूद saving release नहीं की जाती। क्या धंधा कर रहे हैं ये लोग? वो भी सरकारी कुर्सियों पर बैठ कर?
उल्टा, आपके आसपास को ये संदेश पहुँचा के बेवकूफ बनाया जाता है, की इसका तो कुछ बचा ही नहीं। सब खत्म हो गया? घर में घुस कर आदमी खत्म किए जाते हैं। फालतू के आदमी घर में घुसेड़े जाते हैं। और बचे-कूचों को भी ठिकाने लगाने का पूरा-पूरा इंतजाम होता है। अपने कहे जाने वाले आदमी? बड़े काम के होते हैं शायद? एक के बाद एक, धमाल पे धमाल मचाते हैं? कहीं आदमखोर, आदमी खाते हैं। तो कहीं ज़मीनखोर, ज़मीन। इस सबमें यूनिवर्सिटी का क्या रोल है?
कहीं ये सारा सांग ही, यूनिवर्सिटी का किया धरा तो नहीं? नहीं तो 3-साल regination acceptance के बावजूद उस इंसान की savings पे भी कुंडली मारने का क्या मतलब है? कहा तो बचा-कुचा भी ख़त्म करना? शायद वही कर रही है यूनिवर्सिटी? कुछ एक emails देखें, जानने के लिए की चल क्या रहा है?
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