आज अमेरिका में सूर्य ग्रहण है। ऐसे ही मैं कोई आर्टिकल पढ़ रही थी। दो अलग-अलग यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पे थोड़ी अलग-अलग जानकारी। कैसे भला?
एक शायद कह रहा हो, अठ्ठे पे ठठ्ठा :)
और दूसरा, हमारे घर नहीं, तुम्हारे।
आजकल हमारे यहाँ भी बच्चा किसी किताब में ऐसा कुछ पढ़ रहा था। तो मैंने कहा, अच्छा बड़े डायग्राम बनाते रहते हो ग्रहों के और ग्रहणों के। ये सूर्य ग्रहण बताना क्या होता है?
बुआ, जब चाँद, सूरज और पृथ्वी के बीच आ जाए तो
और मैं पता नहीं कौन से ग्रह पे थी? या चाँद पे? इसे बोलते हैं कुछ भी?
एकेडेमिक्स वाले शायद ऐसे ही बात करते हैं? या शायद कोढ़तंत्र वाले? फिर क्या सिविल और क्या डिफ़ेन्स?अब थोड़ा-थोड़ा समझ आने लगा है। उन आर्टिकल्स को पढ़के तो ऐसा ही लगा। उनकी और ऐसे-ऐसे आर्टिकल्स पे ठठ्ठे फिर कभी।
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