साफ़-स्वच्छ वातावरण?
काबिल हर इंसान और हर इंसान को
उसकी लगन और मेहनत के अनुसार काम?
या रोजी-रोटी?
बहुत मुश्किल है क्या?
हाँ शायद?
वहाँ, जहाँ लूटेरे हों इधर-उधर?
या इंसान-रुपी संसाधनों को प्रयोग कैसे किया जाए की बजाए,
दुरुपयोग कैसे किया जाए, की मानसिकता वाले विद्वान?
या नेतागण या राजनीती और सट्टा बाज़ार का मिश्रण?
क्यूँकि, जैसे नेता वैसी राजनीती, वैसा समाज?
या जैसा समाज, वैसे नेता और वैसी राजनीती?
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