Disease of convenience, मतलब? छलकपट?
राजनीती सिस्टम या माहौल या media culture ऐसे है, जैसे, Disease of convenience. मगर कैसे?
क्या हम कहीं के भी राजनीतिक सिस्टम या माहौल से वहाँ की बिमारियों को जान सकते हैं? आप कहोगे बहुत मुश्किल नहीं है, वहाँ का एक सर्वे कर लो और पता लग जाएगा की वहाँ पर कौन-कौन सी बिमारियाँ हैं या किन बिमारियों की किसी भी वक़्त या राजनीतिक दौर में अधिकता ज्यादा है।
ऐसे ही, हम Disease of convenience की बीमारी या बिमारियों का भी पता लगा सकते हैं। जैसे कहते हैं, मतलब की राजनीती? मतलब के रिश्ते-नाते? ठीक ऐसे ही, मतलब की बीमारी भी होती है।
कोई भी बीमारी एक तरह का अटैक होती है आपके स्वास्थ्य पर। वो अटैक किसी भी फॉर्म में हो सकता है।
आपके वातावरण के हानिकारक सूक्ष्म जीवों की वजह से। जो आपके खाने-पीने या हवा में हो सकते हैं।
आपके मीडिया कल्चर की वजह से। आपका खाना-पीना, घूमना-फिरना या सुस्त होना। ज्यादा मोटापे वाला खाना खाना और एक जगह बैठे रहना (Overweight)। या ज्यादा शारीरिक काम करना और खाना कम खाना (Underweight) ।
या किसी भी चीज़ से एडिक्ट होने वाले तत्वों या खाने-पीने की अधिकता। वो स्क्रीन टाइम से लेकर, चाय, कॉफ़ी, हुक्का, बीड़ी, सिगरेट, अल्कोहल या और कितनी ही तरह के नशों के रुप में हो सकती हैं।
ऊप्पर लिखी गई ज्यादातर बिमारियों का ईलाज हैं, थोड़े से हेरफेर से।
मगर, कुछ बिमारियाँ ऐसी हैं जिनका या तो अभी तक कोई ईलाज ही नहीं है। या एक स्टेज तक ही संभव है।
पीछे दो ऐसी-सी बिमारियों से सामना हुआ, जिनमें एक का ईलाज अभी तक नहीं है। और दूसरी, आती-जाती मौसम सी है। आसपास को थोड़ा जान समझकर, खासकर आसपास के लोगों की बिमारियों और उनके हालातों और वातावरण को समझ कर, इन बिमारियों का कोई और ही रुप सामने आया। क्या है वो रुप? सब बिमारियाँ राजनीतिक हैं। उनके कारण और कारक भी। तो ईलाज, राजनीतिक संभव है क्या? जानने की कोशिश करते हैं, आगे की पोस्ट्स में।
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