Political Landscape, Political Boundaries and Disease of convenience, मतलब? छलकपट?
राजनीतीक सिस्टम या माहौल या media culture ऐसे है, जैसे, Disease of convenience. मगर कैसे?
ऐसे, जैसे, रावण के दस मुँह? ऐसे, जैसे संतोषी माँ के चार-चार हाथ? कहीं-कहीं इन देवी देवताओं, या भगवान या भगवानीयों के, पाँच या छह भी दिख जाएँगे?
ऐसे ही, जैसे, देवी या देवताओं की सवारियाँ? कहीं चीता, कहीं शेर, कहीं हाथी, कहीं चूहा और भी पता नहीं क्या-क्या?
या उनके संदेशवाहक या साथी या आसपास के जीव? कहीं कबूतर, कहीं चील, कहीं चमगादड़ और भी पता ही नहीं, क्या-क्या?
या उनके बैठने के मैट, चटाई या कुर्सियां ही? जैसे कहीं हिरण की खाल, तो कहीं चीते या शेर की?
सब कहीं न कहीं, उनके सुरक्षा या सौंदर्य के संसाधन और आम लोगों की, बिमारियाँ जैसे? भला ऐसे कैसे?
ठीक ऐसे, जैसे, एक सिस्टम में या जगह पर आप राजा या रानी, राजकुमार या राजकुमारी हैं? या शायद खुद कोई बड़े जमींदार या बिल्डर? तो दूसरे सिस्टम में, खुद उनका कोई गॉर्ड या प्रहरी? ऐसे ही किसी और सिस्टम में, आप उनके अध्यापक, डॉक्टर, नर्स, बावर्ची, माली, खेत में काम करने वाले मजदूर या साझी? या शायद सफाई कर्मचारी या आया या कुछ भी हो सकते हैं? किसी भी सिस्टम के राजनीती खेलने वालों (राजनीतिक पार्टियों) की चालों, ढालों में आप कहाँ फिट बैठते हैं, सब इस पर निर्भर करता है। वो जहाँ तक हो सकेगा, वहाँ तक कोशिश करेंगे की आप उनके डिज़ाइन में फिट हों। उसका आप पर क्या और कैसा असर पड़ता है, उन्हें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। बिमारियाँ कहीं न कहीं, इसी सिस्टम के (media ingredients) जोड़तोड़ या अटैक की कहानी को बताती हैं।
तो इसी कड़ी में पहला उदहारण, विटिलिगो (vitiligo) और ऐसी-सी ही दिखने वाली कुछ बिमारियाँ लेते हैं। और जानने की कोशिश करते हैं, उनके राजनीतिक या कहीं के भी सिस्टम के कारणों, कारकों या छलकपटों या हमलों (attacks) को?
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