आपने अभी-अभी कोई विडियो देखा है, किसी ऑफिसियल वेबसाइट पर। उसमें कुछ काम की जानकारी है। आप सोचते हैं, ये तो सही, घर बैठे-बिठाए काम हो गया? कल कॉल करती हूँ इस नंबर पर, ऑफिसियल टाइमिंग पर।
अगले दिन आपको लगता है, पहले थोड़ी और जानकारी लेनी चाहिए, उसके बाद ही कॉल या ईमेल करना सही होगा। और आप उस वेबसाइट को पढ़ने लगते हैं। उस वेबसाइट द्वारा दिए गए यूट्यूब विडियो को देखने लगते हैं। इसी दौरान, आपके पास कुछ एक और ईमेल आती हैं और लगता है, कुछ गड़बड़ है। उस विडियो में था की आप NSDL का अपना कुछ हिस्सा भी निकलवा सकते हैं और चाहें तो सारा भी। वेबसाइट फिर से चैक कर। आप किसी विडियो को फिरसे देखने की कोशिश में ढूँढ़ते हैं, मगर वो विडियो ही नहीं मिलता। मतलब, ऑफिसियल वेबसाइट के नाम पर घपला है? फिर तो कॉल या ईमेल का भी क्या फायदा होगा? चलो थोड़ा और रुकती हूँ। क्या पता, कुछ और ईमेल वैगरह आए?
इसके बाद फिरसे एक-दो बार उस वेबसाइट (NSDL) से संबंधित वही विडियो यूट्यूब पर ढूंढ़ने की कोशिश की, मगर मिला ही नहीं। अब? अब क्या? ऑफिस को तो जवाब दिया ही हुआ है, जो मुझे चाहिए। देखते हैं, क्या होता है? यूनिवर्सिटी है, कोई पर्चून की दूकान थोड़े ही है।
कल एक महान ईमेल मिलती है। इधर-उधर ऐसा कुछ सुनने-पढ़ने को मिल तो रहा था, मगर?
क्या एक इंसान किसी देश का शेयर बाजार गिरा सकता है? वो भी US जैसे देश का? एक इंसान? नहीं, शायद कोई ग्रुप? और सच में बाजार ऐसे गिरता है? फिर तो किसी भी देश का बाजार, चंद लोगों या समूह के हवाले? आज छुट्टी है, तो ईमेल की हकीकत तो ऑफिशियली कल ही पता हो पाएगी। मगर, मुझे तो वो ईमेल फ्रॉड ही लग रही है। NSDL की कितनी ऑफिसियल वेबसाइट हैं? NSDL CAS जैसा भी कुछ है क्या? जानकार, अपना ज्ञान बाँटते रहें। मेरे जैसे जिन्हें इकोनॉमिक्स का ABC नहीं आता, उनके लिए बाजार के ऐसे-ऐसे उतार-चढ़ाव समझना थोड़ा टेढ़ी खीर ही है। वैसे है बड़ा रौचक।
गड़बड़ क्या है? उस ईमेल में जो मार्च तक की स्टेटमेंट दी हुई है, वो एक खास नंबर है और मेरी जानकारी के अनुसार, किसी एक पार्टी का उस तारीख का हिसाब-किताब। मगर उस ईमेल में हिसाब-किताब 31 मार्च तक का है, जो Finance year का आखिरी दिन होता है, भारतीय टैक्स रिटर्न्स के अनुसार? सबसे बड़ी बात, उसमें उन्हीं कंपनी के शेयर के नाम हैं, जो मैंने या कहो की मेरे नाम पर किसी और ने मेरे खाते से क्लिक किए हुए थे? मतलब? जिन्होंने ये ईमेल भेजी है, वो शेयर भी मेरे जगह उन्होंने ही क्लिक किए थे? मेरे हिसाब से तो बड़ी ही फिस्सडी-सी कंपनी हैं। भला कोई अपना सारा पैसा, ऐसी-ऐसी कंपनियों के हवाले क्यों करेगा?
एक और गड़बड़, फिर से नॉमिनेशन माँगना? मैंने तो नॉमिनी लिखे हुए हैं शुरु से ही और मैं अभी मरी नहीं हूँ। मरने के फरहे बाँटने वाले, अभी तक उसी मारने की चाल में हैं? गिरने की तो तुम्हारी कोई हद है ही नहीं, आदमखोरो?
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