बहरुबियों का जाल
रावण भेष बदलता था और छल-कपट करता था? रावण विद्वान था? या बहरुबिया था? या विद्वान और बहरुबिया दोनों?
महाभारत, रामायण या कोई भी युद्ध पढ़ लो, बहरुबियों से भरा मिलेगा। छल-कपट, भेष-बदलना, कुछ का कुछ बताना, दिखाना या समझाना। फिर राजनीती इसका अपवाद कैसे हो सकती है? राजनीती बहरुबियों का जाल है। एक ऐसा जाल, जो ना किसी रिश्ते को बक्सता है और ना ही किसी उम्र को। फिर क्या बच्चा और क्या बुजुर्ग?
क्या हो अगर, आम लोगों की ज़िंदगी बहरुबियों-सी बदलने लगे? या बदल रही हो? अपने आप नहीं, बल्की बदली जा रही हो, जबरदस्ती जैसे?
आओ एक हरियान्वी ताऊ से मिलते हैं।
रीना? रीना?
थोड़ा आगे जाकर
मीना? मीना?
थोड़ा और आगे जाकर
शीना? शीना?
थोड़ा और आगे जाकर
भूतनी रुकती क्यों ना, सड़तोड़ भाज री?
थोड़ा और आगे जाकर, कदम तेज-तेज उसकी तरफ बढ़ाते हुए
सर्वजीत? सर्वजीत? रुक। अरै खागड़ रुक जा।
थोड़ा और आगे जाकर
भगते? ओ भगते? कित जा सै भाई भाजा?
कुछ घर और नापते हुए
बंटी रै। ओ बंटी ?
कुछ घर और नापने के बाद
सुमित्रा बेबे कित जा सै तू?
कुछ घर और नापने के बाद
ओ लीलू के, सुणता कौणी तनै?
कुछ घर और नापने के बाद
बर्थे की पौती सै बेटी तू?
कुछ घर और नापने के बाद
अमिता बेटी, यो बालक छोरा सै, अक छोरी?
कुछ घर और नापने के बाद
आँह रै भाई दीमक के? बेटा के नाम सै तेरा?
डीमडु सै ताऊ
अच्छा भाई, मैंने तै लाग्या, गूँगा सै तू। पूरा गाम नाप लिया, तरै पाछै-पाछै, पूछते-पूछते। पर सड़तोड़ भाज्या जा सै मैरा-बैटा।
ताऊ, बेरा ना तू किकै पाछै लाग रा था। मैं तै घर तै ईब लकड़ा सूँ।
नू क्यूकर बेटा? मैंने तै तैरे पाछै-पाछै, घनी नहीं तो 8-10 गली तै नाप ए ली।
मैंने तै कदे तू रीना, कैदे मीना, कैदे शीना, कैदे सर्वजीत, कैदे भगते, कैदे बंटी, कैदे सुमित्रा, कैदे लीलू का, कैदे बर्थे की पोती, कैदे अमिता, अर ईब दीमक का दिखा बेटे। न्यूँ क्यूकर हो सकै सै? तू बहरुबिया सै के? इतने रुप क्यूकर बदल ग्या, इतने से वक़्त में?
ताऊ धोखा लाग ग्या लागै सै तेरै। ये सारे आदमी तै तेरे घर तै, अर मेरे घर कै बीच के रस्ते के बता दिए तैने। न्यू तै जितनी आग्य चाले जागा, अर जितने तैने नामां के आदमी बेरा होंगे, तू उन सबनै एक बता देगा। बता तैने तै, लोग अर लुगाई भी पच्चाण ना आए? तैने बालक अर बुजुर्ग का फर्क भी ना बेरा के? सबमें दीमक का डीमडु देख ग्या के तू?
ताऊ ईब तही कई गली और नाप ग्या। वो कितके दीमक के डीमडु पै रुकै था।
राज? आहें राज। कद आगी बेटी तू? और घर पै सब राजी खुशी सैं बेटी?
थोड़ा और आगे चलकर
राजेश सै के तू भाई? जेल तै छुट्टी मिलैगी रै तैने?
थोड़ा और आगे चलके
आहें बिजली, अजहर ठीक सै बेटी?
थोड़ा और आगे चलके
आहें जया, बेटी घर कुनबा राजी?
थोड़ा और आगे चलके
यो टोनी सै के? बेटा आजकल कित रहया करै?
थोड़ा और आगे चलके
रै इस मोदी गेल कित चाल्या जा सै भाई? यो तै आज घणी पी रहा लागै सै।
थोड़ा और आगे चलके
आहें बेटी हेमा, धरमा ठीक सै?
यो ताऊ तो दिखना ए बंद हो गया। धुंध घणी सै भाई आज तै। ताऊ फेर दिखा, तै आगे की खबर चालैगी।
तब तक आप सोचो, यो ताऊ कौन सै?
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