चलो थोड़ा नौकरी और निक्कमों को थोड़ा बहुत लायक बनाने से पहले, अपने नेताओं पर थोड़ा हँस लें? थोड़ा ज्यादा फेंक दिया? कोई ना, जहाँ-जहाँ ऐसा लगे, वहाँ-वहाँ लपेटते रहा करो। कई सारे इधर-उधर के सोशल प्रोफाइल्स हैं, जिन्हें अक्सर मैं पढ़ लेती हूँ। कोई इस पार्टी से सम्बंधित, तो कोई उस पार्टी से सम्बंधित। कुछ ऐसे लोग जिनसे मैं कभी नहीं मिली, मगर, वहाँ पे कई बार जानकारी बड़ी ही रौचक होती है।
कभी-कभी, कुछ-कुछ ऐसी भी शायद, जैसे बच्चे आपस में बात कर रहे हों
"Korean Khalse Mere
Korean Queen"
जैसे ये विडियो
और ऐसे ही कितने ही विडियो आपको ऑनलाइन मिल जाएँगे।
या फिर, ये Presentation जैसे?
दुनियाँ भर की राजनीती ऐसे ही चल रही है?
और सब राजनितिक ऐसी-सी ही नौटंकियोँ का हिस्सा हैं?
ये कैसी दुनियाँ में हैं हम? सोचो, अगर अच्छे-खासे जर्नल्स में पब्लिश रिसर्च पेपर्स को भी ऐसे ही दिखाना हो तो? मैंने कई देखे थे, कोरोना के वक़्त शायद? वो भी अच्छे-खासे जर्नल्स के। राजनीती में विज्ञान है। इसीलिए, उसका नाम शायद राजनीतिक विज्ञान है। और विज्ञान में राजनीती? मगर, उसके साथ राजनीती तो नहीं लगा हुआ। नहीं तो ऐसे होना चाहिए था
Biology Politics
Chemistry Politics
Physics Politics
Psychology Politics
Defence Politics
Civil Engineering Politics वैगरैह?
सौरभ भारद्वाज का विडियो, शायद, ऐसा-सा ही कुछ है?
ऐसा-सा ही एक विडियो, UK Parliament का भी कहीं देखा था शायद? या कहना चाहिए, की कितना कुछ ऐसा हम रोज देखते या सुनते हैं? इसमें भी भला क्या खास है?
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