ये इमेज बदलती रहती हैं, "मौसम-सी"
जैसे Narratives
(और मौसम को कंट्रोल ज्ञान-विज्ञान और टेक्नोलॉजी का एब्यूज करता है।)
21. 08 . 2024
कुछ खास था शायद?
"खेल ही खेल में"?
जब किसी को मालूम ही नहीं था की ऐसे भी खेल होते हैं? और जब किसी को समझ आने लगा या समझाया जाने लगा तो ?
मगर ऐसे क्यों खेल होते हैं?
और किससे खेलते हैं ये खेल?
सारे समाज से?
ऐसे समाज से,
जिसे उनका ABC तक भी पता नहीं होता।
और क्यों भुगतते हैं वो,
इन खेलों के दुष्परिणाम?
क्यों नहीं पता हो उन्हें भी,
इस सबके बारे में?
क्यों भुगतें वो,
बीमारियाँ और मौतें तक?
ऐसे सिस्टम की वजह से?
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