आप उस दुनियाँ में रहते हैं, जहाँ बारिश कृत्रिम? धुंध कृत्रिम? छोटे-मोटे भूकंप और आँधी तक कृत्रिम होते हैं? कैसे? कौन करवाता है? और क्यों?
क्या पर्दे इधर वाले उधर या उधर वाले इधर करने से कुछ फर्क पड़ेगा? या शायद मधुसुदन MAGIC (?) से परहेज से? या Mario से बचाव से?
आँखों में जलन, साँसों में परेशानी-सी क्यों है?
गले में खरास और तापमान थोड़ा बढ़ा-सा क्यों है?
गले में खीच-खीच? Vicks की गोली खाओ, खीच-खीच दूर भगाओ? या शायद Strepsils? या Honitus? और भी कोई ऐसी सी ही टॉफी कहो या टैबलेट?
या शायद अदरक और तुलसी के कुछ पत्ते एक कप पानी में उबालो और एक चमच शहद मिलाओ। इसे (ग्रीन चाय) दिन में कई बार पिओ, जब तक आराम ना हो?
अरे इलाज तो और भी बहुत हैं। Air Purifier भी हैं। भला ऐसे-ऐसे धंधे कब चलेंगे? मगर धुँध होने पर ये आँखों में जलन कब होती है? हवा में एसिड जैसी-सी दुर्गन्ध भी तो नहीं? ये क्या खेल है भई? स्वास्थ्य से खेल है? कौन खेल रहा है?
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