देश से ही शुरु करें ?
BHARAT से या INDIA से?
क्या फर्क पड़ जाएगा? एक ही तो बात है?
या BHARAT के अक्षर अलग हैं? और INDIA के अलग? या कुछ भी नहीं मिलता, सब कुछ अलग है? फिर कोड की दुनियाँ में तो, एक अक्षर भी इधर या उधर करने से बहुत कुछ बदल जाता है। अक्षर ही क्यों? यहाँ तो कोमा, बिंदी जैसे भी, कुछ का कुछ बना देते हैं।
देशों की राजनीतिक बोर्डर भी फिर तो शायद कुछ और ही हैं? राजनीती कैसे बदलती है, इन सीमाओं को? अलग-अलग पार्टी की भी अलग-अलग सीमा होंगी फिर तो? या कम से कम वहाँ तो सहमती होगी? या वहाँ भी यही घमासान है? अच्छा, कहाँ-कहाँ की सीमाएँ शाँत हैं और कहाँ-कहाँ की नहीं? कितना वो सही में शाँत हैं? और कितना सिर्फ मीडिया में? ऐसे ही कितना वो सही में अशाँत हैं, और कितना महज़ मीडिया में?
चलो BHARAT चलें? या INDIA? कैसा सा-है भारत? या BHARAT? और INDIA? या इंडिया?
ऐसा है इंडिया या INDIA?
और ऐसा है भारत या BHARAT?
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