About Me

Happy Go Lucky Kinda Stuff! Curious, atheist, lil-bit adventurous, lil-bit rebel, nature lover, sometimes feel like to read and travel. Writing is drug, minute observer, believe in instinct, in awesome profession/academics. Love my people and my pets and love to be surrounded by them.

Friday, July 19, 2024

नीम केस और गुप्त ज्ञान?

ये साथ वाले घर में, दादी के यहाँ अमरुद पे अमरुद क्यों नहीं लगते?

कुछ-कुछ ऐसे जैसे, मेरे MDU वाले H#30, Type-4 में पीछे के लॉन में वो अमरुद को क्या कैंसर जैसा हो रखा है? जिसे उन्होंने कहा, काट दिया। ट्रिम करना, जाने कबसे काटना हो गया? वैसे, अब वहाँ के पेड़-पौधों के क्या हाल हैं? खासकर, उस कैंसर युक्त जैसे-से, अमरुद के?    

या छोटे गुलाब की बेल garage पे तो ओवरफ्लो हो रही थी। मगर, जब उसी का implant उस नीले ड्रम में, दूसरे कमरे की साइड लगाई तो फूल ही नहीं आए? ऐसा क्यों? कौन से हॉर्मोन्स ग्रोथ हॉर्मोन्स होते हैं? और कौन से फल-फूल से संबंधित? कोई खास तरह के STOPPERS भी होते हैं क्या? जो ग्रोथ रोक देते हैं। या फल या फूल रोक देते हैं? और उनसे कैसे निपटा जा सकता है?  

कुछ-कुछ ऐसे, जैसे कोई आपके खरगोश को Alpha Amylase antibody Production का बोलकर, Alpha Amylase Inhibitor का इंजेक्शन लगा दे? क्या होगा? खरगोश मर जाएगा? रो लो बैठकर, सर ने मेरा पैट मार दिया, वो लैब एनिमल नहीं था। जाने या अनजाने ऐसे ही, इस अजीबोगरीब राजनीती के खेल में, बाकी जीवों के साथ है। उसमें इंसान, पेड़-पौधे और जानवर सब आते हैं।        

ठीक ऐसे जैसे, रजिस्ट्रार सर ने जब वो 29 नंबर छोड़ा तो वो आम का पेड़ पहले साल तो आमों से लद रहा था। मगर, अगले साल जैसे, सिर्फ़ भोंर हो, मगर फल कहीं खो गया? और ईलाज करने पे फिर से आ गया?

ठीक ऐसे जैसे, bougainvillea की वो पीछे वाले लॉन में बेल, जो 16 नंबर में तरुण माली ने लगायी थी? या मैं ही लाई थी? जिसे 30 में भी implant करवाया था, पीछे वाले लॉन में ही, रोज़ गार्डन की दिवार के साथ। क्या झूम रही थी, वहाँ भी वो। मगर, ये रोज़ गार्डन में कौन उससे छेड़-छाड़ कर जाता था? कभी ईधर खिसकाना, कभी उधर खिसकाना और कभी यहाँ से तोड़ जाना, तो कभी वहाँ से? मगर जब उसी बेल को आगे वाले लॉन में लगाया, तब तो हद ही हो गई।  देखने के लिए ही लगाया था की इसके साथ यहाँ क्या होगा? वो भी एक जगह नहीं, बल्की दो जगह। 29 वाली दिवार के साथ वाली को VITILIGO हो गया? ऐसा कुछ होता है क्या पेड़ों में? और मेन गेट के पास वाली? इसे दिवार के अंदर ही रखो, बाहर मत करो? या छत पर उप्पर मत चढ़ाओ? क्यों भई? क्या पता मुझे बाहर ही लगानी हो? या अंदर लगा के, बाहर कोई डिज़ाइन देना हो? या छत पे चढ़ा कर कोई डिज़ाइन तैयार करना हो? Ma'am, these are colonial designs. कहाँ सुना था ये? Standard Rose Plant, जब पहली बार H#16, में लगाने शुरू किए थे? 

गुलाब का Plant भी होता है? 

और किसी ने बोला, बेल भी होती है। 

"और भी ज्यादा जानना है तो कोई colonial trip बनाओ?" ऐसी सी ही एक दो किताबें तो MDU से ही छापनी थी। अब जाने कहाँ से छपेंगी? शायद इस साल के अंत तक? 

ठीक ऐसे जैसे? 

तुमने नीम काट दिया? वो भी पड़ोस का? इतना बड़ा गुनाह? Lord या Lady? Sir या ma'am? या जो भी सम्बोधन suitable लगे 

काटने और trim करने में फर्क होता है। ऐसे ही जैसे, दिन और रात का। अपने घर में बैठे भूचाल से पेड़ को, जिसकी ज्यादातर जड़ें पड़ोस में हों, अपने समय और संसाधनों का प्रयोग कर ट्रिम करना गुनाह नहीं, गुनहगारों से जैसे-तैसे निपटना कहलाता है शायद?

वो काम, जिसके यूनिवर्सिटी के हर एम्प्लॉई की सैलरी से पैसे कटते है, मेंटेनेंस के नाम पर। जिसके लिए हॉर्टिकल्चर डिपार्टमेंट अलग से ईजाद किया हुआ है। क्या वो सिर्फ, वहाँ के लिए है, जहाँ बड़े लोग चाहें? खैर, अब उस घर में ना मैं रहती और उस पड़ोस में ना वो वाले पडोसी। काफी कुछ बदल गया है, बहुत जगह।     

वैसे नीम का पेड़ और सुनील का क्या कनेक्शन है? पीछे सुनील की ज़मीन हड़प कर, जो इस दो डंग के प्लाट में कोठड़े का खास बढ़ा हुआ डिज़ाइन बना है या जबरदस्ती जैसे बनाया गया है, उसका इस केस से क्या सम्बन्ध हो सकता है?

नीम वहाँ है, नीम यहाँ है। कोई सुनील (sir) वहाँ है और कोई सुनील यहाँ है। वो सुनील भी पीता है शायद? और ये भी। वो बहुत मोटा है। ये उसका एकदम से उल्टा है। उससे भी घर वाले परेशान हैं, शायद? और इससे तो हैं ही, खासकर, जब पीने का दौर चलता है। 31, किसी ने बताया, मेरा घर है ये। अच्छा? जिसका पिन कॉड मगर 13 से शुरू होता है? और 30 से?

वैसे ये अजीबोगरीब जानकारी का सिलसिला कहाँ से शुरू हुआ था? यूनिवर्सिटी फैकल्टी रेजिडेंस घुसते ही H#16 से। ये अशोका के पौधे अन्दर नहीं लगाने, इन्हें बाहर लगाओ। और आप सोचने लगें, ये कौन हैं? जान ना पहचान और इतने अधिकार से पेल रहे हैं? फिर तो ऐसे कई लोगों से सामना हुआ, जिनकी पेड़-पौधों की जानकारी जानकर लगे, तुम तो कहीं नहीं टिकते। बच्चे हो इनके सामने। पेड़-पौधों की जानकारी, सामान्य वाली नहीं, बल्की थोड़ी अजीबोगरीब असामान्य और उसपे गुप्त-गुप्त भी।  

कुछ-कुछ वैसे ही जैसे, H#30 से पक्षियों और कुत्तों की थोड़ी बहुत जानकारी का सिलसिला। और गाँव आकर?

TIDE OVER CLIMATE   

जिसके पीछे का गुप्त ज्ञान, इतना गुप्त ना होते हुए भी, कितना गुप्त है? जो होता है, वो दिखता नहीं। और जो दिखता है? वो होता भी है? और नहीं भी? कुछ-कुछ, वैसे ही, जैसे बिमारियाँ और मौतें? इनमें बहुत कुछ, बहुत बड़ा या गूढ़ नहीं है। थोड़ी बहुत हॉर्मोन्स, केमिकल्स और फिजियोलॉजी जैसी जानकारी है, तो काफी कुछ से बचा भी जा सकता है। और आसपास को कुछ हद तक बचाया भी जा सकता है। 

जैसे कोरोना के दौरान, कोई केमिस्ट्री के प्रोफ बोलें, 27 डिग्री पर कोरोना ब्लाह, ब्लाह, ब्लाह 

और आप सोचने लगें, ये सर को क्या हो गया है? ये कौन-सी माइक्रो का ज्ञान पेल रहे हैं?

और फिर भाई और कोई कजिन पेलते मिलें, हमें भी कोरोना हो गया है। और आपको लगे, जिस हॉस्पिटल के डर से आप भाग आए, ये उस मौत के कुएँ में जाना चाहते हैं?           

ऐसे-ऐसे ज्ञान पे भी कहीं कोई किताबें, सीरियल्स या मूवीज होंगी कहीं? Reference Please.         

No comments: